विषय: नारी शोषण
ऐसी घटना घटी कि हर दिल जख्मी है
हर आँख रोई पूरा देश शर्मसार है |
बहनों की बेटियों की आबरू से खेलते हैं
कैसा है रिवाज़ और कैसा संस्कार है |
ऐसा पाप वही कर सकता है जो कि या तो
तन से बीमार है या मन से बीमार है |
ऐसे कृत्य की सजा भी सिर्फ कुछ साल की है
कैसा है क़ानून जाने कैसी सरकार है |
पूरे देश की तरफ से मैं मांग करता हूँ
आप से निवेदन है मांग मान लीजिये |
ऐसा ही रवैया रहेगा तो फिर सरकार
गिर जायेगी ये आप सत्य जान लीजिये |
दुष्कर्मियों ने जो भी दामिनी के साथ किया
इनके भी साथ ठीक वैसा काम कीजिये |
सालों-साल इन पर केस ना चलियेगा
हाथों-हाथ चौराहों पे फांसी टांग दीजिये|
रचनाकार: श्री अनुराग शुक्ल
दिल्ली-6
बहुत सुंदर प्रस्तुती
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद् वरुण जी
Delete.सार्थक भावनात्मक अभिव्यक्ति ”ऐसी पढ़ी लिखी से तो लड़कियां अनपढ़ ही अच्छी .”
ReplyDeleteआप भी जाने @ट्वीटर कमाल खान :अफज़ल गुरु के अपराध का दंड जानें .
शालिनी जी, आपका हार्दिक आभार
Delete