सादर ब्लॉगस्ते पर आपका स्वागत है।

Wednesday, December 12, 2012

जय हो सी. बी.आई.



संसद में पास हो गई 
देखो एफ. डी. आई.
जय हो सी. बी.आई.
जय जय हो सी.बी.आई.
बहन-भाई ने मिल-जुल 
सरकार की लाज बचाई
जय हो सी. बी.आई.
जय जय हो सी.बी.आई.

इसके पीछे कारण था
दिल में बसा ये डर
संसद से न भगते तो 
हो जाते वो अंदर
डूब जाती पल भर में
फिर सारी काली कमाई
जय हो सी. बी.आई.
जय जय हो सी.बी.आई.

वैसे तो बनते हैं ये
जनता के सच्चे रक्षक
पर हम तो मानें इनको 
जन मन गण के भक्षक 
छद्म वेश में ये हैं
सबसे बड़े कसाई
जय हो सी. बी.आई.
जय जय हो सी.बी.आई.




5 comments:

  1. बहुत सराहनीय प्रस्तुति. आभार. बधाई आपको

    ReplyDelete
    Replies
    1. शुक्रिया मदन मोहन सक्सेना जी...

      Delete
  2. जय हो सी. बी. आई.
    भाई बहिन ने मिलकर
    सरकार की लाज बचाई....

    वाह हुकम बहुत खूब.....

    ReplyDelete
    Replies
    1. शुक्रिया कुँवर उत्तम सिंह शेखावत जी...

      Delete
  3. सीबीआई कांग्रेस इन्वेस्टीगेशन ब्यूरो की तरह काम करती है राज्यसभा और लोकसभा में एफडीआई की जीत नहीं हुई है, यह सीबीआई की जीत थी. तरक्की में आरक्षण संबंधी विधेयक पर भी राज्यसभा में सीबीआई का भय दिखाने का भी षड्यंत्र रचा गया है।
    बहुत ही अच्छी सटीक रचना सीबीआई को आईना दिखाने के लिये और देश की राजनीती कैसी हो रही है सुंदर वर्णन ... सुमित भाई लिखते रहो सीबीआई

    ReplyDelete

यहाँ तक आएँ हैं तो कुछ न कुछ लिखें
जो लगे अच्छा तो अच्छा
और जो लगे बुरा तो बुरा लिखें
पर कुछ न कुछ तो लिखें...
निवेदक-
सुमित प्रताप सिंह,
संपादक- सादर ब्लॉगस्ते!