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Friday, February 14, 2014

असभ्यता के आदर्श


ल लोकसभा की कारवाई के दौरान तेलंगाना बिल के पेश होने के बीच सांसदों का व्यवहार शर्मनाक रहा. सांसदों ने मिर्च का स्प्रे सदन में कर दिया, महत्वपूर्ण दस्तावजों को फाड़ना,माइक तोडना मारपीट और तोड़फोड़ की. जिस से कई संसद अस्पताल पहुँच गए, इस तरह के बर्ताव से कहीं ना कहीं हमारी संसद की और प्रजातांत्रिक प्रणाली की गरिमा धूमिल हुई है.....वैसे यह संसद में पहली बार नहीं है. इस से पहले संसद में विश्वास मत पारित होने के दौरान नोट लहराने की घटना तो याद होंगी आपको.. लेकिन क्या हमारे सांसदों ने तय कर लिया है कि वे संसद में महत्वपूर्ण कार्य कम करेंगे ज्यादा वक़्त संसद को यूँही हंगामे की बलि चढ़ने देंगे,.. . और फिर इसका तमगा एक दुसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर उसकी खाना पूर्ति करते रहेंगे.. वैसे १५वी लोकसभा सबसे कम दिन चलनेवाले सत्र का के लिए पहचानी जाने वाली है. . और कल की घटना ने उसमें चार चाँद और लगा दिए है एक जागरूक नागरिक होने के नाते हमें क्या अपने चुने सांसदों से सभ्य और आदर्श व्यवहार की उम्मीद बेमानी है.

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निवेदक-
सुमित प्रताप सिंह,
संपादक- सादर ब्लॉगस्ते!