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Saturday, May 19, 2012

कविता: हिंदी पखवाड़ा


साहब ने-
चपरासी को 
हिंदी में फटकारा 
'हिंदी-स्टेनो' को
 पुचकारा 
और क्लर्क को 
अंग्रेजी टिप्पणी के लिए 
लताड़ा 
क्या करें ?
मजबूरी है-
वो आजकल मना रहे हैं
 'हिंदी पखवाड़ा'

***विनोद पाराशर***


3 comments:

  1. धन्यवाद! धीरेन्द्र जी.किताबें की भी सुनने का प्रयास करुंगा.

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