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Thursday, April 19, 2012

भ्रष्टाचार बोले तो भ्रष्ट अचार






6 comments:

  1. सुनील भदौरिया जी अच्छा प्रयोग है...
    भ्रष्ट+अचार= भ्रष्टाचार वाह-वाह...

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  2. HA HA BAHUT HI ACHCHA ACHCHAR HAI ...
    BHARAT DESH KO AISE ACHAR KI JARURAT NAHI HAI...
    YE ACHAR DESH SE GHAYAB HOGA. TABHI HAMARA DESH PUNN ROOP SE MAHAAN HO PAYEGA.

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  3. इस अचार ने ही किया देश को बेकार

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यहाँ तक आएँ हैं तो कुछ न कुछ लिखें
जो लगे अच्छा तो अच्छा
और जो लगे बुरा तो बुरा लिखें
पर कुछ न कुछ तो लिखें...
निवेदक-
सुमित प्रताप सिंह,
संपादक- सादर ब्लॉगस्ते!