"अरे कलमुँही बेटा जनती तो हम भी सोने की नसरनी चढ़ते" ( बेटा होने पर घर के बुजुर्गों को एक सीढ़ीनुमा सोने की सीढ़ी पर अंगूठा छुआ कर आदर देने का फंक्शन कि वंश बढ़ा!)
प्रसव के बाद लौटी बहू को ताना देते हुए पड़दादी ने कहा तो उसकी आँखें भर आई ! पास ही खड़ी दादी ने मालिश करने आई दाई माँ को सुनाते हुए कहा --"अरी भंवरी, सवा महीने की पूजन के साथ एक फंक्शन और रखा है पूरे मोहल्ले को न्योता देना है, आ लिस्ट बना लें !"
" कैसा फंक्शन बीबीजी?" हथेली पर तम्बाकू मसलती भँवरी ने पूछा
" कैसा फंक्शन बीबीजी?" हथेली पर तम्बाकू मसलती भँवरी ने पूछा
"अरी तीसरी पीढ़ी का प्रतित्निधित्व कर रही है मेरी पोती, क्या मोहेल्ले को लड्डू नहीं खिलाऊंगी? बड़ी धाय को भी तो सोने की नसरनी चढ़ा कर मान सम्मान दूँगी ना ! "बहू की आँखें फिर भर आयी, पर यह आंसूं ख़ुशी के थे, उन्होंने कृतज्ञता से सासू माँ की तरफ देखा, पड्दादी निशब्द रह अगले बगले झाँकने लगीं !
डॉ सरस्वती माथुर
ए -२ सिविल लाइन्स जयपुर-६
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सुमित प्रताप सिंह,
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